2024 अमावस्या: अमावस्या कैलेंडर 2024

Author: Vijay Pathak | Last Updated: Thu 11 Apr 2024 5:08:39 PM

2024 अमावस्या: एस्‍ट्रोकैंप के इस लेख में हम आपको साल 2024 में पड़ने वाली अमावस्‍या तिथियों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। इसके साथ ही, ज्योतिष में अमावस्या के महत्व, अमावस्या पर होने वाली पूजा और इससे संबंधित नियमों आदि के बारे में भी बताएंगे। तो आइये बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की।


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क्या होती है अमावस्या?

हिंदू कैलेंडर में जिस दिन चंद्रमा नहीं निकलता है, उसे अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या को अशुभ तिथि माना गया है। मान्‍यता है कि इस समय वातावरण में मौजूद नकारात्मक ऊर्जाएं हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। साल 2024 अमावस्या तिथि पर श्रद्धालु पूजन और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं एवं अपने पितरों को याद करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि अमावस्या 2024 के दिन कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए और इस दिन यात्रा करना भी शुभ नहीं होता है। कई श्रद्धालु सफलता, सुख और अपने पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए अमावस्या का व्रत करते हैं।

अमावस्या तिथि ही नहीं, बल्कि अमावस्या की रात को भी अशुभ माना जाता है। इसके संबंध में ऐसा कहा जाता है कि इस रात्रि को बुरी शक्तियों की ताकत और बढ़ जाती है। साथ ही, इस समय काला जादू और तांत्रिक क्रियाएं भी अधिक होती हैं और उनका प्रभाव भी बढ़ जाता है। अमावस्या तिथि पर उन लोगों की समस्याएं बढ़ सकती हैं जो मानसिक रूप से परेशान हैं या फिर डिप्रेशन का शिकार हैं। ऐसा चंद्रमा के पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण के कारण होता है।

साल 2024 अमावस्या का धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म ग्रंथ 'गरुड़ पुराण' के अनुसार, अमावस्या के दिन पितर धरती पर आते हैं। अगर अमावस्या पर पितरों के वंशज उनका पूजन और तर्पण नहीं करते हैं, तो पितर नाराज हो सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है, तो उसे अमावस्या की तिथि पर अपने पितरों का पूजन एवं उनका तर्पण करना चाहिए। अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए आप भगवान विष्‍णु की आराधना भी कर सकते हैं। साल 2024 अमावस्या पर दीपावली का बड़ा त्यौहार भी मनाया जाता है जो कि वर्ष की सबसे अंधेरी रात होती है।

साल 2024 अमावस्या: अमावस्या 2024 कैलेंडर

अमावस्या

तिथि

पौष अमावस्या

11 जनवरी, गुरुवार

माघ अमावस्या

09 फरवरी, शुक्रवार

फाल्गुन अमावस्या

10 मार्च, रविवार

चैत्र अमावस्या

08 अप्रैल, सोमवार

वैशाख अमावस्या

08 मई, बुधवार

ज्येष्ठ अमावस्या

06 जून, गुरुवार

आषाढ़ अमावस्या

05 जुलाई, शुक्रवार

श्रावण अमावस्या

04 अगस्त, रविवार

भाद्रपद अमावस्या

02 सितंबर, सोमवार

अश्विन अमावस्या

02 अक्टूबर, बुधवार

कार्तिक अमावस्या

01 नवंबर, शुक्रवार

मार्गशीर्ष अमावस्या

01 दिसंबर, रविवार

पौष अमावस्या

30 दिसंबर, सोमवार

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साल 2024 अमावस्या तिथियों का महत्व

ज्‍योतिष शास्‍त्र में अमावस्या की तीन तिथियों को महत्वपूर्ण माना जाता है और इसमें मौनी अमावस्या, महालय अमावस्या और सोमवती अमावस्या आती हैं। अब आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं इनके महत्व पर।

  • मौनी अमावस्या: यह अमावस्या माघ के महीने में यानी कि जनवरी और फरवरी के बीच पड़ती है इसलिए इसे माघ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस तिथि का आध्यात्मिक रूप से बहुत महत्व है। इस दिन श्रद्धालु मौन धारण करते हैं और पवित्र नदी में स्नान आदि करते हैं। मौनी अमावस्या पर पवित्र नदी में डुबकी लगाने को मौनी अमावस्‍या स्‍नान भी कहा जाता है। इस दिन गंगा में स्‍नान करने से भक्त को सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है।
  • महालय अमावस्या: 16 दिन तक चलने वाले पितृ पक्ष का अंत महालय अमावस्या के साथ होता है। पितृ पक्ष का समय अपने पितरों को याद करने और उनका तर्पण करने के लिए उत्तम होता है। दान और धर्म-कर्म से जुड़े कार्यों के लिए यह दिन फलदायी माना जाता है। प्रत्येक वर्ष महालय अमावस्या सितंबर और अक्टूबर के बीच में आती है।
  • सोमवती अमावस्या: सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। यह अमावस्या इच्छाओं की पूर्ति करती है और विवाहित महिलाओं के लिए इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। सोमवती अमावस्या पर विवाहित स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए सोमवती अमावस्या व्रत रखती हैं।

साल 2024 अमावस्या व्रत का महत्व

अमावस्या तिथि पर व्रत रखने से श्रद्धालु को अनेक प्रकार के लाभों की प्राप्ति होती है। साल में कई अमावस्या तिथियां आती हैं, जिन पर आप व्रत रख सकते हैं। मान्‍यता है कि अमावस्या का व्रत करने से व्यक्ति को अपने सभी पाप कर्मों से मुक्‍ति मिलती है और मन को शांति प्राप्‍त होती है।

इसके अलावा इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को सफलता, शांति, संपन्नता, उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य और प्रेम की भी प्राप्ति होती है। अमावस्या व्रत के दिन ही अमावस्या पूजन किया जाता है। इससे बुरी नज़र और शक्‍तियां दूर रहती हैं और आपके घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का वास रहता है।

साल 2024 अमावस्या पर क्या करें और क्‍या नहीं?

अमावस्या 2024 की तिथि पर नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं को गंगा नदी या किसी अन्‍य पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए।
  • पूर्वजों की शांति के लिए पंडितों और ब्राह्मणों को दक्षिणा के साथ-साथ वस्त्र एवं भोजन का भी दान करना चाहिए।
  • अपने पितरों की शांति के लिए ब्राह्मण या पंडित द्वारा अमावस्या के दिन पितृ पूजन और तर्पण करवा सकते हैं।
  • अमावस्या पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन और वस्‍त्रों का दान करना शुभ माना जाता है। दान-दक्षिणा के लिए यह दिन श्रेष्ठ है।
  • ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष है, उन्‍हें विशेष रूप से साल 2024 अमावस्या पर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए और मंदिर जाना चाहिए।
  • इस दिन नए वस्त्र और चप्पल आदि न खरीदें। इसके अलावा, सोने के आभूषण खरीदने से भी बचें।
  • नया व्यापार या नई नौकरी शुरू करने के लिए भी अमावस्या का दिन शुभ नहीं माना जाता है।
  • अमावस्या तिथि पर नया वाहन खरीदने से बचें। इस दिन कोई भी शुभ कार्य जैसे कि सगाई और विवाह आदि नहीं करने चाहिए।

अमावस्या व्रत में होने वाली पूजा

हिंदू धर्म में अमावस्या को विशेष दर्जा प्राप्त है और इस दिन पूजा-अर्चना करने से आध्यात्मिक और भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। अमावस्‍या तिथि पर कौन-कौन से देवी-देवताओं की पूजा की जाती हैं? आइये जानते हैं।

महालक्ष्मी पूजन: अमावस्या के दिन धन की देवी महालक्ष्मी को प्रसन्न करने एवं उनका आशीर्वाद पाने के लिए महालक्ष्‍मी पूजा की जाती है। इस पूजा के माध्‍यम से व्‍यक्‍ति को जीवन में शांति और संपन्नता का आशीर्वाद मिलता है।

शिव पूजन: भगवान शिव की आराधना के लिए भी अमावस्या का दिन उत्तम होता है। इस दिन शिव पूजन करने से व्यक्ति के जीवन से सभी संकट दूर होते हैं, दिमाग और मन शुद्ध होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।

पितृ पूजन: अपने पितरों को प्रसन्न करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए अमावस्या तिथि पर आप पितृ पूजन करवा सकते हैं। इस दिन पितरों का स्मरण किया जाता है।

हनुमान पूजन: भगवान हनुमान का आशीर्वाद पाने के लिए अमावस्या के दिन हनुमान पूजन करना फलदायी माना गया है। हनुमान जी शक्‍ति और भक्‍ति की मूर्ति हैं इसलिए हनुमान पूजन करने से साहस, शक्ति और बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।

देवी पूजा: देवी मां ऊर्जा का केंद्र हैं और अमावस्‍या पर देवी पूजन से शांति और सुरक्षा तो मिलती ही है साथ ही सभी इच्‍छाओं की पूर्ति भी होती हैं।

विष्णु पूजन: यदि आप भगवान विष्‍णु को प्रसन्न करना चाह्ते हैं, तो अमावस्‍या 2024 को विष्‍णु पूजन कर सकते हैं। इस पूजा के माध्‍यम से व्‍यक्‍ति को सुख-शांति प्राप्त होती है और नकारात्मक शक्तियां हानि नहीं पहुंचा पाती है।

सरस्‍वती पूजन: विद्या और बुद्धि की देवी मां सरस्‍वती की पूजा भी साल 2024 की अमावस्‍या पर की जा सकती है जो कि भक्तों को ज्ञान, रचनात्मकता और बुद्धि का आशीर्वाद देती हैं।

यदि आप चाहें तो अमावस्या तिथि पर रुद्राभिषेक और नवग्रह पूजन भी कर सकते हैं।

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