नामकरण मुहूर्त 2022 | Namkaran Muhurat 2022

Author: -- | Last Updated: Wed 26 May 2021 12:45:26 PM

नामकरण मुहूर्त 2022 का यह लेख आपको साल 2022 में नामकरण कराने की शुभ तिथियों और शुभ समय की संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही हम आपको बताएंगे नामकरण संस्कार का महत्व, नामकरण मुहूर्त की गणना करते समय ध्यान रखने योग्य बातें, नामकरण करते समय बरती जाने वाली सावधानियां और भी बहुत सी खास बातें -


नामकरण मुहूर्त 2022

नामकरण संस्कार एक ऐसी प्रथा है जो सदियों से चली आ रही है, जिसमें बच्चे के जन्म के बाद धूम-धाम से उसका नाम रखा जाता है। नाम रखने की यह परंपरा एक शुभ मुहूर्त में ही की जाती है। हिन्दू धर्म में नामकरण संस्कार का बहुत महत्व है, इसलिए लोग इस संस्कार को करते समय बिलकुल भी कोताही नहीं बरतना चाहते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि नाम से ही व्यक्ति घर और बाहर पहचाना जाता है। तो अगर आप साल 2022 में अपने बच्चे का नामकरण कराना चाहते हैं और उसके लिए आपको शुभ मुहूर्त की आवश्यकता है तो यह लेख आपकी पूरी मदद करेगा। तो चलिए जानते हैं नामकरण मुहूर्त 2022 के बारे में विस्तार से -

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नामकरण मुहूर्त 2022 की सूची

नीचे दी गयी सूची में आपको साल 2022 में नामकरण कराने के लिए हर महीने की शुभ तिथि, शुभ दिन और शुभ समय की जानकारी दी जा रही है-

जनवरी नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
03 जनवरी सोमवार 13:33, बजे से 31:14, बजे तक
06 जनवरी गुरुवार 12:31, बजे से 30:21, बजे तक
09 जनवरी रविवार 07:15, बजे से 31:15, बजे तक
10 जनवरी सोमवार 07:15, बजे से 12:27, बजे तक
13 जनवरी गुरुवार 17:06, बजे से 31:15, बजे तक
14 जनवरी शुक्रवार 07:15, बजे से 31:15, बजे तक
23 जनवरी रविवार 07:13, बजे से 31:13, बजे तक
24 जनवरी सोमवार 07:13, बजे से 31:13, बजे तक
27 जनवरी गुरुवार 08:51, बजे से 31:12, बजे तक
फरवरी नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
02 फरवरी बुधवार 17:53, बजे से 31:09, बजे तक
03 फरवरी गुरुवार 07:08, बजे से 16:35, बजे तक
06 फरवरी रविवार 07:06, बजे से 31:06, बजे तक
07 फरवरी सोमवार 07:06, बजे से 18:59, बजे तक
10 फरवरी गुरुवार 11:10, बजे से 31:03, बजे तक
11 फरवरी शुक्रवार 07:03, बजे से 30:37, बजे तक
14 फरवरी सोमवार 11:53, बजे से 20:30, बजे तक
18 फरवरी शुक्रवार 16:42, बजे से 30:57, बजे तक
21 फरवरी सोमवार 06:54, बजे से 30:54, बजे तक
23 फरवरी बुधवार 14:41, बजे से 30:52, बजे तक
24 फरवरी गुरुवार 06:51, बजे से 13:31, बजे तक
27 फरवरी रविवार 08:49, बजे से 30:48, बजे तक
28 फरवरी सोमवार 06:47, बजे से 27:18, बजे तक
मार्च नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
04 मार्च शुक्रवार 06:43, बजे से 30:43, बजे तक
09 मार्च बुधवार 08:31, बजे से 30:38, बजे तक
10 मार्च गुरुवार 06:37, बजे से 29:36, बजे तक
13 मार्च रविवार 20:06, बजे से 30:33, बजे तक
14 मार्च सोमवार 06:32, बजे से 22:08, बजे तक
18 मार्च शुक्रवार 06:28, बजे से 30:28, बजे तक
20 मार्च रविवार 06:25, बजे से 30:25, बजे तक
23 मार्च बुधवार 06:22, बजे से 18:53, बजे तक
27 मार्च रविवार 06:17, बजे से 30:17, बजे तक
28 मार्च सोमवार 06:16, बजे से 12:25, बजे तक
30 मार्च बुधवार 06:14, बजे से 10:49, बजे तक
अप्रैल नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
01 अप्रैल शुक्रवार 11:56, बजे से 30:11, बजे तक
03 अप्रैल रविवार 06:09, बजे से 12:37, बजे तक
06 अप्रैल बुधवार 06:06, बजे से 30:06, बजे तक
07 अप्रैल गुरुवार 06:05, बजे से 22:41, बजे तक
14 अप्रैल गुरुवार 09:57, बजे से 27:58, बजे तक
17 अप्रैल रविवार 05:54, बजे से 29:54, बजे तक
22 अप्रैल शुक्रवार 20:15, बजे से 29:49, बजे तक
25 अप्रैल सोमवार 17:12, बजे से 29:46, बजे तक
27 अप्रैल बुधवार 17:05, बजे से 29:44, बजे तक
28 अप्रैल गुरुवार 05:43, बजे से 24:28, बजे तक
मई नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
02 मई सोमवार 24:33, बजे से 29:40, बजे तक
08 मई रविवार 05:35, बजे से 14:57, बजे तक
11 मई बुधवार 19:28, बजे से 29:33, बजे तक
12 मई गुरुवार 05:32, बजे से 29:32, बजे तक
13 मई शुक्रवार 05:31, बजे से 29:31, बजे तक
16 मई सोमवार 13:18, बजे से 29:30, बजे तक
20 मई शुक्रवार 05:27, बजे से 29:27, बजे तक
22 मई रविवार 22:47, बजे से 29:27, बजे तक
23 मई सोमवार 05:26, बजे से 11:36, बजे तक
25 मई बुधवार 05:25, बजे से 29:25, बजे तक
26 मई गुरुवार 05:25, बजे से 29:25, बजे तक
27 मई शुक्रवार 05:25, बजे से 26:26, बजे तक
30 मई सोमवार 17:00, बजे से 29:24, बजे तक
जून नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
01 जून बुधवार 05:23, बजे से 13:00, बजे तक
09 जून गुरुवार 08:23, बजे से 29:22, बजे तक
10 जून शुक्रवार 05:22, बजे से 29:22, बजे तक
16 जून गुरुवार 12:37, बजे से 29:22, बजे तक
19 जून रविवार 05:56, बजे से 29:23, बजे तक
22 जून बुधवार 20:47, बजे से 29:23, बजे तक
23 जून गुरुवार 05:24, बजे से 29:24, बजे तक
26 जून रविवार 13:06, बजे से 27:27, बजे तक
30 जून गुरुवार 25:07, बजे से 29:26, बजे तक
जुलाई नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
1 जुलाई शुक्रवार 05:26, बजे से 27:56, बजे तक
06 जुलाई बुधवार 05:28, बजे से 29:28, बजे तक
07 जुलाई गुरुवार 05:28, बजे से 19:29, बजे तक
08 जुलाई शुक्रवार 18:26, बजे से 29:29, बजे तक
10 जुलाई रविवार 09:55, बजे से 29:30, बजे तक
13 जुलाई बुधवार 23:19, बजे से 29:31, बजे तक
14 जुलाई गुरुवार 05:32, बजे से 29:32, बजे तक
15 जुलाई शुक्रवार 05:32, बजे से 17:32, बजे तक
18 जुलाई सोमवार 12:24, बजे से 29:34, बजे तक
20 जुलाई बुधवार 05:35, बजे से 29:35, बजे तक
24 जुलाई रविवार 05:37, बजे से 29:37, बजे तक
25 जुलाई सोमवार 05:38, बजे से 25:06, बजे तक
29 जुलाई शुक्रवार 05:40, बजे से 09:47, बजे तक
अगस्त नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
03 अगस्त बुधवार 05:43, बजे से 29:43, बजे तक
04 अगस्त गुरुवार 05:43, बजे से 29:43, बजे तक
05 अगस्त शुक्रवार 05:44, बजे से 18:37, बजे तक
07 अगस्त रविवार 05:45, बजे से 16:30, बजे तक
10 अगस्त बुधवार 09:39, बजे से 14:16, बजे तक
11 अगस्त गुरुवार 10:39, बजे से 29:47, बजे तक
12 अगस्त शुक्रवार 25:36, बजे से 29:48, बजे तक
17 अगस्त बुधवार 05:50, बजे से 21:57, बजे तक
21 अगस्त रविवार 05:53, बजे से 29:53, बजे तक
24 अगस्त बुधवार 13:39, बजे से 29:54, बजे तक
25 अगस्त गुरुवार 05:55, बजे से 10:40, बजे तक
28 अगस्त रविवार 21:57, बजे से 29:56, बजे तक
29 अगस्त सोमवार 05:57, बजे से 29:57, बजे तक
31 अगस्त बुधवार 15:25, बजे से 29:58, बजे तक
सितंबर नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
01 सितंबर गुरुवार 05:58, बजे से 24:12, बजे तक
02 सितंबर शुक्रवार 23:47, बजे से 29:59, बजे तक
07 सितंबर बुधवार 06:01, बजे से 30:01, बजे तक
08 सितंबर गुरुवार 06:02, बजे से 13:46, बजे तक
09 सितंबर शुक्रवार 18:09, बजे से 30:02, बजे तक
11 सितंबर रविवार 08:02, बजे से 30:03, बजे तक
12 सितंबर सोमवार 06:04, बजे से 30:04, बजे तक
16 सितंबर शुक्रवार 09:56, बजे से 30:06, बजे तक
18 सितंबर रविवार 06:07, बजे से 15:11, बजे तक
21 सितंबर बुधवार 06:08, बजे से 23:47, बजे तक
26 सितंबर सोमवार 06:11, बजे से 30:11, बजे तक
28 सितंबर बुधवार 06:12, बजे से 25:29, बजे तक
30 सितंबर शुक्रवार 06:13, बजे से 28:19, बजे तक
अक्टूबर नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
05 अक्टूबर बुधवार 06:15, बजे से 21:15, बजे तक
06 अक्टूबर गुरुवार 19:42, बजे से 30:16, बजे तक
07 अक्टूबर शुक्रवार 06:16, बजे से 18:18, बजे तक
09 अक्टूबर रविवार 06:18, बजे से 30:18, बजे तक
10 अक्टूबर सोमवार 06:18, बजे से 30:18, बजे तक
14 अक्टूबर शुक्रवार 06:20, बजे से 30:20, बजे तक
23 अक्टूबर रविवार 06:26, बजे से 18:05, बजे तक
26 अक्टूबर बुधवार 06:28, बजे से 13:25, बजे तक
27 अक्टूबर गुरुवार 12:11, बजे से 30:29, बजे तक
28 अक्टूबर शुक्रवार 06:29, बजे से 10:35, बजे तक
31 अक्टूबर सोमवार 06:31, बजे से 30:31, बजे तक
नवंबर नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
03 नवंबर गुरुवार 06:34, बजे से 24:49, बजे तक
04 नवंबर शुक्रवार 24:13, बजे से 30:34, बजे तक
06 नवंबर रविवार 06:36, बजे से 16:31, बजे तक
07 नवंबर सोमवार 16:18, बजे से 24:38, बजे तक
10 नवंबर गुरुवार 06:39, बजे से 30:39, बजे तक
11 नवंबर शुक्रवार 06:40, बजे से 20:19, बजे तक
14 नवंबर सोमवार 13:15, बजे से 30:42, बजे तक
20 नवंबर रविवार 06:47, बजे से 30:47, बजे तक
21 नवंबर सोमवार 06:48, बजे से 30:48, बजे तक
24 नवंबर गुरुवार 06:50, बजे से 19:37, बजे तक
27 नवंबर रविवार 16:27, बजे से 30:52, बजे तक
28 नवंबर सोमवार 06:53, बजे से 30:53, बजे तक
30 नवंबर बुधवार 07:11, बजे से 30:55, बजे तक
दिसंबर नामकरण मुहूर्त 2022
दिनांक वार मुहूर्त
02 दिसंबर शुक्रवार 06:56, बजे से 30:56, बजे तक
04 दिसंबर रविवार 06:58, बजे से 30:58, बजे तक
07 दिसंबर बुधवार 10:25, बजे से 31:00, बजे तक
08 दिसंबर गुरुवार 07:01, बजे से 31:01, बजे तक
09 दिसंबर शुक्रवार 07:01, बजे से 14:59, बजे तक
12 दिसंबर सोमवार 18:51, बजे से 23:36, बजे तक
16 दिसंबर शुक्रवार 07:35, बजे से 27:05, बजे तक
18 दिसंबर रविवार 07:07, बजे से 31:07, बजे तक
19 दिसंबर सोमवार 07:08, बजे से 31:08, बजे तक
21 दिसंबर बुधवार 08:33, बजे से 22:18, बजे तक
25 दिसंबर रविवार 07:11, बजे से 31:11, बजे तक
28 दिसंबर बुधवार 07:12, बजे से 12:46, बजे तक
29 दिसंबर गुरुवार 11:44, बजे से 31:12, बजे तक
30 दिसंबर शुक्रवार 07:13, बजे से 18:36, बजे तक

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नामकरण मुहूर्त 2022 का महत्व

नाम का हम सभी के जीवन में बहुत महत्व है, क्योंकि नाम एक व्यक्ति की पहचान होता है। जन्म के बाद नाम रखने की प्रक्रिया को नामकरण संस्कार कहते हैं। नामकरण संस्कार हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है, जिसे शुभ मुहूर्त देखकर ही संपन्न किया जाना चाहिए। यह संस्कार प्राचीन काल से ही की जा रही है, हालांकि अभी के मॉडर्न समय में धीरे-धीरे इसका महत्व कम होता जा रहा है।

ज्योतिष के अनुसार जन्म लिए बच्चे की कुंडली बनाकर, उसके अनुसार एक शुभ मुहूर्त में इस संस्कार को संपन्न कर बच्चे का नाम रखने से ताउम्र उसे इसका लाभ मिलता है। ऐसी मान्यता है कि जो नाम हम नामकरण संस्कार के दौरान रखते हैं, उस नाम से बच्चे को पुकारने पर उसके ग्रह-नक्षत्र सक्रिय हो जाते हैं। बच्चे के जीवन में आने वाली परेशानियों से उसे दूर करने और एक खुशहाल जीवन देने के लिए इस संस्कार को हमेशा शुभ मुहूर्त (नामकरण मुहूर्त 2022) में ही किया जाना चाहिए।

स्मृति संग्रह के अनुसार शुभ मुहूर्त में नामकरण संस्कार करने से बच्चा दीर्घायु और बुद्धिमान होता है। इससे न केवल बच्चे के यश में वृद्धि होती है, बल्कि उसके शरीर और मस्तिष्क में भी तेजी से विकास होता है। नामकरण मुहूर्त की विधि का भी बेहद खास महत्व होता है, साथ ही इस दौरान हमें कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए।

अन्य किसी मुहूर्त की जानकारी के लिए क्लिक करें- शुभ मुहूर्त 2022 (लिंक)

नामकरण मुहूर्त 2022 की गणना के समय ज़रूर रखें इन बातों का ध्यान

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नामकरण मुहूर्त के चुनाव में आपके द्वारा हुई एक भी लापरवाही का असर बच्चे को पूरी ज़िन्दगी परेशानियां दे सकता है, इसीलिए माता-पिता को पूरी सतर्कता रखनी चाहिए। इस संस्कार के महत्व को देखते हुए लोग जब मुहूर्त का चयन करते हैं, तो उस दौरान विशेष सावधानी बरतते हैं। नामकरण मुहूर्त निकलवाने के लिए लोग अक्सर किसी पंडित या ज्योतिषी की मदद लेते हैं, हालांकि नामकरण संस्कार के लिए मुहूर्त निकालना बेहद आसान होता है। तो चलिए आपको नामकरण मुहूर्त की गणना के समय ध्यान रखने योग्य कुछ विशेष बातें बताते हैं -

  • किसी भी बच्चे के जन्म के 11वें या 12वें दिन सूतक निवृति के बाद नामकरण संस्कार संपन्न कराया जा सकता है। इसके अलावा जन्म के 10वें दिन में, 100 वें दिन में या फिर 1 साल के भीतर भी बालक का नामकरण संस्कार संपन्न किया जा सकता है।
  • नक्षत्रों की बात करें तो पंचांग के आधार पर नामकरण संस्कार के लिए अश्विनी, शतभिषा, चित्रा, स्वाति, पुष्य, हस्त, रेवती, मृगशिरा, रोहिणी, श्रवण, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, उत्तरा फ़ाल्गुनी और उत्तराभाद्रपद, नक्षत्र बहुत शुभ माने जाते हैं। वहीँ बच्चा जिस नक्षत्र में जन्मा हो, उस नक्षत्र में भी बच्चे का नामकरण संस्कार करना शुभ रहता है।
  • वहीं नामकरण के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार व् शुक्रवार का दिन सही माना जाता है।

नामकरण संस्कार के लिए मुहूर्त की गणना करते समय हमें कुछ चीज़ों का और ध्यान रखना चाहिए, जैसे -

  • यदि हम तिथि की बात करें तो चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या के दिन नामकरण संस्कार नहीं संपन्न करना चाहिए।
  • अगर कोई बच्चा गण्डमूल नक्षत्र में जन्मा हो, तो उसका नामकरण गण्डमूल शांति कराने के 27 दिनों के बाद किया जाना चाहिए।
  • इसके अलावा नामकरण संस्कार करते समय बच्चे के 2 नाम रखने चाहिए- पहला बच्चे के जन्म के समय ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार गुप्त नाम, जिसे राशि नाम भी कहते हैं और दूसरा प्रचलित नाम।

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नामकरण संस्कार 2022 की संपूर्ण विधि

  • नामकरण संस्कार को पवित्र या स्वच्छ स्थल पर ही करें और यदि संभव हो तो इस दौरान हवन और यज्ञ भी आयोजित करें।
  • सबसे पहले इस संस्कार के लिए बच्चे को नए और मुलायम कपड़ें पहनाएं।
  • नामकरण संस्कार में बच्चे के पिता द्वारा नामकरण संस्कार की संपूर्ण विधि पूरी कराएं और यदि बच्चे के पिता उस दौरान वहां मौजूद ना हो, तो बच्चे के दादा या ताऊ भी विधि संपन्न कर सकते है।
  • नामकरण संस्कार में अग्नि देव के समक्ष मंत्रों का उच्चारण करें और सभी समस्त पूर्वजों को याद करें।
  • इसके बाद प्रजापति, तिथि, नक्षत्र और उनके देवताओं, अग्नि तथा सोम देव की आहुतियां दें।
  • अब ज्योतिषी या पंडित के द्वारा जन्म विवरण के आधार पर बच्चे के नाम का पहला अक्षर बताया जाना चाहिए।
  • पिता, बुआ या दादी शिशु के दाहिने कान में सबसे पहले चुने गए नाम का उच्चारण करें।
  • नामकरण संस्कार की सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद वहां मौजूद सभी बड़े -बुजुर्ग बच्चे को आशीर्वाद दे।
  • अंत में बच्चे द्वारा अनाज, वस्त्र, फल, मिठाई आदि वस्तुएँ छूने के बाद किसी ब्राह्मण, गरीब या ज़रूरतमंद को दान करें।
  • ध्यान रहें इस दौरान बच्चे के दो नाम रखे जाने चाहिए, पहला गुप्त नाम जो जिसे सिर्फ बच्चे के माता-पिता को पता हो और दूसरा प्रचलित नाम जो लोक व्यवहार में बच्चे के लिए उपयोग में लाया जा सके।

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नामकरण संस्कार 2022 के दौरान बरती जानें वाली सावधानियां

नामकरण संस्कार के समय बच्चे का नाम उसके जन्म विवरण के आधार पर आयी राशि के अनुसार किसी ज्योतिष या पंडित की निगरानी में रखा जाना चाहिए। नामकरण संस्कार हो जाने के बाद ही बच्चे को जमीन पर बिठाते हैं, इसीलिए इस संस्कार में धरती माता की पूजा ज़रूर करें। नामकरण संस्कार जिस दिन किया जाना हो उस दिन और उसके एक दिन पहले और बाद घर के लोगों द्वारा भूलकर भी मांस-मछली और मदिरापान आदि का सेवन नहीं किया जाना चाहिए। यह संस्कार जिस दिन किया जा रहा हो उस दिन बच्चे के माता-पिता भूलकर भी बाल न कटवाएं। शिशु को इस संस्कार में शहद चटाकर सूर्यदेव के दर्शन ज़रूर कराना चाहिए। इस दिन संस्कार संपन्न करते समय बच्चे पर चावल गलती से भी न बरसाएं, क्योंकि चावल के दाने बच्चे के आंख-कान आदि में जा सकते हैं, जिससे उसे परेशानी हो सकती है।

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उम्मीद है कि इस लेख में नामकरण मुहूर्त 2022 के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आयी होगी। एस्ट्रोकैंप से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद !

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