भगवान सूर्य के पुत्र कहे जाने वाले शनि-देव पूरे ब्रह्मांड के न्यायाधीश कहे जाते हैं। शनि का गोचर (Saturn Transit), शनि की साढ़ेसाती और शनि की महादशा का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है, क्योंकि इसके प्रभाव से मनुष्य के जीवन में बड़े से बड़े परिवर्तन हो जाते हैं। वैसे तो ये परिवर्तन सुखदायी और दुखद दोनों हो सकते हैं। हालाँकि इनका फल आपकी राशि और कुंडली में शनि की चाल और स्थिति से तय होता है।
शनि देव को वैदिक ज्योतिष में कर्म का कारक भी कहा जाता है। हालाँकि ऐसे बहुत से लोग हैं जो शनि को बहुत अशुभ समझते हैं और उनसे भयभीत रहते हैं लेकिन हक़ीक़त तो यह है कि शनि देव कि कृपा से इंसान के जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। जिस भी इंसान पर भगवान शनि का आशीर्वाद हो उसके सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं और उसे हर क्षेत्र में अपार सफलता भी मिलती है।
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साल 2021 में शनि देव राशि परिवर्तन तो नहीं करेंगे और पूरे वर्ष अपनी स्वराशि यानी की मकर में ही विराजमान रहेंगे, लेकिन इस साल शनि का नक्षत्र परिवर्तन अवश्य होना है। साल की शुरुआत में शनि देव उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में स्थित होंगे, जिसका स्वामी सूर्य ग्रह को कहा जाता है और उसके बाद 22 जनवरी को शनि देव चंद्रमा के अधिपत्य वाले श्रवण नक्षत्र में प्रवेश कर जायेंगे। इस प्रकार शनि वर्षपर्यन्त उत्तराषाढ़ा और श्रवण नक्षत्रों में गोचर करेंगे और उसी के अनुसार लोगों को फल प्रदान करेंगे।
शनि गोचर का समय और तिथि
शनि ग्रह को कर्म के प्रतीक और सहयोग से जुड़ी लोकतांत्रिक समूह का कारक ग्रह माना गया है। कहा जाता है कि शनि गोचर की गति बहुत ही धीमी मानी जाती है और ये इंसान के जीवन को प्रभावित करता है। कहते हैं शनि की महिमा का कोई मुकाबला नहीं होता है क्योंकि जिस भी इंसान पर शनि की दया-दृष्टि पड़ जाती है वो अवश्य ही धन्य हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को, सूर्य पुत्र ,शनिश्चर,छाया पुत्र और मंद जैसे इत्यादि नामों से जाना जाता है। शनि का गोचर, साढ़े सती और महा दशा का हमारे जीवन में बहुत असर होता है। शनि का परिवर्तन इंसान के लिए सुखद और दुखद दोनों ही हो सकता है।
आइए अब जानते हैं कि शनि गोचर 2021 (Saturn Transit 2021) का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं और साल-भर फिर इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर के फल-स्वरूप आपको इसके मिले-जुले परिणाम मिलने की आशंका है। जब शनि मेष राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपको अपने ज्ञान के सदुपयोग से कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं। हालाँकि इस दौरान आपके अपने पिताजी से रिश्ते कुछ उतार-चढ़ाव भरे रहने वाले हैं। इस समय आपको उनके स्वास्थ का भी ख़ास ख्याल रखने की ज़रूरत है क्योंकि उन्हें स्वास्थ संबंधी कुछ परेशानियां दिक्कत दे सकती हैं।
काम में बहुत ज़्यादा व्यस्तता होने की वजह से आपके स्वास्थ पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। आपको किसी तरह का कोई शारीरिक कष्ट भी परेशान कर सकता है। इस दौरान किन्ही कारणवश आपके पारिवारिक जीवन से भी आपकी थोड़ी दूरी बन सकती है। कार्य-क्षेत्र में आपको बहुत ज़्यादा मेहनत करना पड़ेगा तभी आपको उसका फल मिलेगा।
इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपकी माता जी को स्वास्थ समबन्धी थोड़ी समस्या हो सकती है। आपके परिवार में भी किसी तरह का कोई कलह उत्पन्न होने की प्रबल संभावना जिसके चलते आपके परिवार की शांति भंग होने के पूरे-पूरे योग हैं। हालाँकि इसके विपरीत इस समय आपको कार्य-क्षेत्र में काफी सफलता मिल सकती है।
सामाजिक तौर पर भी ये समय आपके लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। काम को लेकर आप काफी कर्मठ बनेंगे। आपके पिताजी का ख़ास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये समय उनके लिए काफी चुनौती-पूर्ण होने की संभावना है। स्वास्थ का ध्यान रखें अन्यथा आपकी एड़ियों और पैरों में दर्द हो सकता है और है तो बढ़ सकता है और नींद की कमी की समस्या भी हो सकती है।
उपाय: आपको प्रत्येक शनि वार की प्रातः बेला में किसी मंदिर अथवा धार्मिक स्थल की सीढ़ियों को जाते हुए रास्ते पर साफ़ सफाई करनी चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहने वाले हैं। शनि गोचर 2021 का आपकी राशि पर काफी अच्छा असर देखने को मिल सकता है। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तो उसके फलस्वरूप आपके परिवार में सुख समय आने की आशंका है। अगर इस दौरान आप कोई नयी प्रॉपर्टी भी लेते हैं तो उसमें आपको सफलता ही मिलेगी। अगर वृषभ राशि के जातक विदेश जाना चाहते हैं तो उन्हें इस समय प्रयास अवश्य करना चाहिए, उनके सफलता मिलने के योग बनते नज़र आ रहे हैं।
आपका धार्मिक कार्यों में मन लगेगा हालाँकि आपके मानसिक तनाव में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब उसके फलस्वरूप आपको निजी प्रयासों के द्वारा सफलता मिल सकती है। इस दौरान आपकी आमदनी भी बढ़ सकती है। धर्म-कर्म के मामलों में आपकी जागरूकता बढ़ सकती है। हालाँकि भाई-बहनों को किसी प्रकार की कोई समस्या होने के प्रबल योग। आपको आपकी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।
उपाय: आपको महाराज दशरथ द्वारा रचे गए नील शनि स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। जिसके प्रभाव से साल-भर आपकी ज़िदगी में उठा-पटक की स्थिति बनी रहेगी।
शनि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करने से आपको अपने द्वारा किये गए प्रयासों में विफलता मिल सकती है जिससे आपका मन अप्रसन्न रह सकता है। आपके छोटे भाई बहनों को किसी प्रकार का कोई कष्ट हो सकता है। अपने स्वास्थ का ख़ास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान मिथुन जातकों को किसी बड़े रोगों की प्रबल संभावना है। ये समय आपके लिए परेशानियों भरा रहने वाला है। धैर्य से काम लें। इस समय बेहद ज़रूरी है कि आप अपना आध्यात्मिक आचरण बनाये रखें। भाग्य में थोड़ी कमी होने की आशंका।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके प्रभाव से एक बार फिर आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होने की उम्मीद है। अगर आप कोई भी काम कर रहे हैं तो उसमें अवरोध पैदा होने की स्थिति बन सकती है। मेहनत करते रहिये आपको अपनी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा। आर्थिक मामलों में थोड़ा सजग रहने की सलाह क्योंकि इस दौरान धन हानि की संभावना है। इस समय आपको अपने ससुराल पक्ष से बनाकर चलना होगा अन्यथा ससुराल पक्ष से तनाव की संभावना है। किसी अनचाही यात्रा पर भी जाने के योग हैं।
उपाय: आपको शनिवार के दिन से प्रारम्भ करके श्री राधा - कृष्ण दिव्य युगल की आराधना करनी चाहिए।
शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। शनि गोचर 2021 (Saturn Transit 2021) से कर्क जातकों को मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है। सबसे पहले जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करेगा तब कर्क जातकों के जीवन-साथी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। बेहतर रहेगा स्वास्थ का पहले से ही ध्यान रखें। इसके अलावा इस शनि गोचर के प्रभाव से कर्क जातकों के दाम्पत्य जीवन में तनाव होने की आशंका बनती नज़र आ रही है।
व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए हालाँकि ये समय काफी बेहतर जाने की उम्मीद है। उन्हें इस समय उनके व्यापार में सफलता मिलने के पूरे-पूरे योग हैं। हालाँकि आपके दांपत्य जीवन में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को बेहद चौकन्ना रहने की सलाह है क्योंकि जहाँ एक तरफ आपको व्यापार में सफलता मिलने के योग हैं वहीँ दूसरी तरफ आपका आपके साझेदार से झगड़ा होने के भी योग हैं। हालाँकि इस कठिन समय में आपको आपके ससुराल पक्ष का पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। इसके अलावा कुछ विदेशी लोगों से आपको लाभ के योग हैं।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तो इसके फलस्वरूप आपका मानसिक तनाव बढ़ने की उम्मीद है। हालाँकि इसके विपरीत अगर आपके दांपत्य जीवन में कोई तनाव चल रहा है तो उससे आपको मुक्ति मिलने की संभावना है। प्रेमी जातकों के लिए भी ये समय काफी अच्छा जाने वाला है क्योंकि अगर किसी भी कारणवश आपकी और आपके जीवन साथी के बीच दूरियाँ आ गयी हैं तो वो इस समय ज़रूर कम हो सकती हैं। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए समय बेहद उपयुक्त क्योंकि व्यापार के लिए ये समय काफी बेहतर होने वाला है। इस दौरान आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और किसी लंबी यात्रा पर जाने की प्लानिंग भी होगी।
उपाय: आपको शनिवार के दिन किसी लोहे अथवा मिट्टी के बर्तन में सरसों का तेल भर कर उसमें अपनी सूरत देख कर उसका छाया दान करना चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके षष्ठम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। शनि के इस गोचर से सिंह जातकों को कुछ अच्छे तो कुछ बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। सबसे पहले जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब सिंह जातकों को उनके स्वास्थ्य को लेकर परेशानी हो सकती है। इस वक़्त आप अपने विरोधियों पर दबाव बनाने में सफलता हासिल करने में कामयाब होंगे।
किसी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं तो अवश्य इस दिशा में कदम बढ़ाइए क्योंकि इस गोचर के प्रभाव से आपको इस प्रतियोगिता में सफलता मिलने के प्रबल योग हैं। अगर आपने बैंक से किसी भी तरह का कोई लोन अप्लाई किया है तो उसमें भी आपको सफलता मिल सकती है। हालाँकि प्रेम जीवन में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा। पार्टनर से किसी बात पर तकरार होने की आशंका साथ ही ख़र्चों में भी बढ़ोतरी के योग हैं।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब आपके विदेश यात्रा के लिए प्रबल योग बन सकते हैं। इस दौरान आपके ख़र्चों में भी वृद्धि होने की पूरी-पूरी संभावना है। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस गोचर से आपके स्वास्थ पर असर पड़ेगा। सिंह जातकों को वायु रोग, जुकाम, ख़ासी जैसी दिक्कतें परेशान कर सकती हैं। कोर्ट कचहरी में कोई मामला चल रहा है तो उसमें आपको सफलता मिलने से लाभ होने की आशंका। इस दौरान आपकी आमदनी में कमी रह सकती है। प्रयासों में अल्प सफलता के योग बन रहे हैं।
उपाय: आपके लिए अपने सहकर्मियों को कोई तोहफ़ा भेंट करना फ़ायदेमंद साबित होगा।
2021 में शनि देव आपकी राशि से आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर 2021 का कन्या राशि पर मिला-जुला प्रभाव रहने वाला है। जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब कन्या जातकों के संतान के विदेश जाने के योग प्रबल होंगे। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को पढ़ाई में रुकावट झेलनी पड़ सकती है। मानसिक तनाव में वृद्धि होने की आशंका है।
प्यार में पड़े जातकों के लिए समय उचित रहेगा। इस समय कुछ जातकों को प्रेम विवाह की सौगात भी मिल सकती है। प्रेमी जातकों के लिए उचित समय क्योंकि इस दौरान आपके प्रेम जीवन में सच्चाई के साथ सफलता और समर्पण की भावना का विकास होगा।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होने के योग हैं। इस दौरान आपके जीवन में धन आगमन के स्रोत बढ़ेंगे। हालाँकि संतान पक्ष के लिहाज़ से थोड़ी समस्या हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को पढ़ाई में व्यवधान हो सकता है। इस समय अपनी बुद्धि का सोच समझकर इस्तेमाल करें इससे आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। प्यार के मामले में आप इस समय खुश-किस्मत रहेंगे और कुछ जातकों के प्रेम विवाह की भी प्रबल संभावना है।
उपाय: हनुमान जी की उपासना करना और शनि देव के किसी भी मंत्र का जाप आपके लिए काफी अनुकूल रहेगा।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर 2021 (Saturn Transit 2021) से तुला जातकों को मिले-जुले परिणाम मिलने के आसार बन रहे हैं। शुरुआत में जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप प्रॉपर्टी के क्षेत्र में आपको लाभ हो सकता है। इस दौरान अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको इस दिशा में कदम अवश्य बढ़ाना चाहिए। इस समय आपका अपना मकान बनाने का भी सपना पूरा हो सकता है।
ये समय आपके लिए ख़ुशियाँ भी लेकर आने वाला है। सामाजिक दृष्टि से आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इस समय आपका आर्थिक पक्ष काफी मज़बूत रहने वाला है। हालाँकि माता जी के स्वास्थ का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें स्वास्थ सम्बन्धी कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। आपको आपके कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने के भी आसार हैं।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपके कार्य क्षेत्र में आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। हालाँकि कठिन मेहनत का फल भी निराशाजनक हो सकता है जिससे आपको मानसिक तनाव होने की संभावना है। इस वक़्त बेहद ज़रूरी होगा कि आप अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल ज़िंदगी के बीच सामंजस्य बैठा कर चलें। माता-पिता के स्वास्थ को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान उन्हें कोई बड़ी समस्या परेशान कर सकती हैं। आपको अपने विरोधियों से भी छुटकारा मिलेगा। संतान पक्ष और माता जी से सुख मिलने के पूरे-पूरे आसार हैं।
उपाय: आपको उत्तम गुणवत्ता वाला नीलम रत्न अपनी मध्यमा अंगुली में शनिवार के दिन पांच धातु अथवा अष्ट धातु की अंगूठी में धारण करना चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके तृतीय भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर (Shani Gochar 2021) से आपको काफी सकारात्मक परिणाम मिलने के योग बन रहे हैं। इस वर्ष शनि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करने से आपको आपके हर कार्य में सफलता मिलने के योग हैं। कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने से आपकी ज़िदगी में ख़ुशियाँ। कार्य-क्षेत्र में आपको आपके सहयोगियों से भरपूर सहयोग मिलने वाला है।
ऐसे में ये बेहद ज़रूरी है कि आप उनसे अपने अच्छे रिश्ते बनाये रखें। आपके छोटे भाई-बहनों को किसी बात से कोई कष्ट या परेशानी हो सकती है। आपको इस दौरान होने वाली यात्राओं से लाभ मिलेगा और इस यात्रा से आपको धन लाभ होने के भी आसार है। आपके भाई-बहनों के विदेश जाने के भी योग बन सकते हैं।
इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपका भाग्य इस समय आपका पूरा-पूरा साथ देगा। अगर लम्बे समय से कोई काम अटका है तो वो भी इस समय पूरा हो सकता है। विरोधियों से जीत मिलने के भी आसार हैं। आर्थिक मामलों में आपको सफलता मिलेगी। आपके ख़र्चों पर लगाम लगेगी। आपको आपके माता-पिता के स्वास्थ का ख़ास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान उनका स्वास्थ कमज़ोर होने की प्रबल संभावना है। आपके पारिवारिक जीवन में तनाव बने रहने की स्थिति रहने की उम्मीद है।
उपाय: आपको चींटियों को आटे और चीनी का कसार बनाकर डालना चाहिए।
शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर से धनु जातकों को इसे सकारात्मक फल मिलने के आसार हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब धनु जातकों को सरकारी क्षेत्र से लाभ मिलने के पूरे-पूरे आसार हैं।
इस दौरान आपका भाग्य मज़बूत होगा। आपका पारिवारिक माहौल काफी बेहतर होने की उम्मीद है। अगर आपकी ज़िंदगी में लम्बे समय से कोई समस्या चली आ रही है तो वो भी इस वक़्त ख़तम हो सकती है। इस गोचर के प्रभाव से आपको आपके छोटे भाई-बहनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। हालाँकि इस दौरान आपको किन्ही कारणों से आपके परिवार से दूर जाना पड़ सकता है।
इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपके जीवन में अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। इस दौरान आपको कोई पैतृक संपत्ति का लाभ भी मिल सकता है। माता-पिता के स्वास्थ को लेकर सजग रहे क्योंकि इस दौरान आपके पिता जी का स्वास्थ थोड़ा कमज़ोर हो सकता है। धनु जातकों के किसी काम में कुछ व्यवधान आ सकते हैं। इस वक़्त अपनी वाणी पर ध्यान देने की ज़रूरत हैं। कोशिश करें कि वाणी में कड़वाहट से आप बच सकें। आपको इस दौरान किसी बात से मानसिक तनाव भी रहेगा। शादीशुदा जातकों के दांपत्य जीवन में भी तनाव रहने की संभावना है।
उपाय: आपको शनिवार के दिन गरीब लोगों को भोजन देना चाहिए।
शनि देव आपकी ही राशि में हैं अर्थात शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके प्रथम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। जिससे आपके जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके परिणामस्वरूप आपको आपके पिता का भरपूर सहयोग मिलेगा। इसके अलावा इस दौरान आपको कहीं से अचानक ही धन की प्राप्ति होने की भी संभावना है।
हालाँकि स्वास्थ के प्रति सजग रहने की सलाह दी जाती है वरना स्वास्थ समबन्धी कोई कष्ट आपको परेशान कर सकता है। पैतृक संपत्ति से जुड़े कामों में तेजी आ सकती है। मकर जातकों के दांपत्य जीवन में तनाव रहने के आसार हैं लेकिन आपको आपके ससुराल पक्ष की तरफ से भरपूर सहयोग मिलेगा।
इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपके दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। हालाँकि इसके बावजूद भी आपके रिश्ते में अपनापन बना रहेगा लेकिन आपकी भावुकता कई सीमाओं को इस दौरान तोड़ सकती है इसलिए ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है और ये यात्रा उनके लिए फ़लदायी साबित हो सकता है। कार्य-क्षेत्र में मेहनत करेंगे तो आपके सफल होने के प्रबल योग हैं।
उपाय: शनि देव के मंदिर जाकर ॐ शं शनैश्चराये नमः मंत्र का जाप करते हुए शनि देव की आराधना करनी चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर 2021 से कुम्भ जातकों की ज़िंदगी में काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ने के आसार नज़र आ रहे हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपके दांपत्य जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इस दौरान आपको अपने और अपने जीवन-साथी के स्वास्थ का भी विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि इस समय जीवन साथी और आपका स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है।
आपके आर्थिक ख़र्चों में बढ़ोतरी आने के योग हैं। सोच-समझकर ही धन खर्च करें। आपके पैरों में दर्द शुरू हो सकता है और साथ ही नींद से जुड़ी समस्या भी आपको परेशान कर सकती है। आपके विरोधियों से आपको किसी प्रकार की परेशानी हो सकती है। कहीं दूर घूमने जाने का योग बन सकता है। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को सफलता मिलने के योग हैं। अगर आप कहीं धन निवेश करने की सोच रहे हैं तो ये समय आपके लिए काफी सही साबित हो सकता है।
इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने पर किसी बात के चलते आपके मानसिक तनाव में वृद्धि आ सकती है। इस वक़्त ज़रूरी होगा कि आप अपने ख़र्चों को ज़रा सोच समझकर करें नहीं तो भविष्य में आपको दिक्कतें आ सकती हैं। आपके विदेशी स्रोतों से आपको लाभ मिल सकता है। कुम्भ राशि के जातक जो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने का ये सबसे उपयुक्त मौका साबित हो सकता है। इस वक़्त बेहद ज़रूरी है कि आप अपने विरोधियों से सावधान रहे। किसी लंबी दूरी की अवांछित यात्रा पर आपको जाना पड़ सकता है। आपकी माता जी के पक्ष के लोगों से आपको कोई समस्या हो सकती है।
उपाय: आपको शनि देव के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराये नमः का प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में जाप करना चाहिए।
शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर 2021 (Saturn Transit 2021) से मीन जातकों को काफी सकारात्मक प्रभाव मिलने के आसार हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब आप अपने विरोधियों पर विजय पाने में कामयाब रहेंगे। ये गोचर मीन राशि के उन जातको के लिए जो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने का बेहतरीन समय साबित हो सकता है।
आप इस समय के दौरान अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में भी कामयाब होंगे। मीन जातकों को इस दौरान धन का लाभ भी होने के योग बनते नज़र आ रहे हैं। हालाँकि आपकी सामान्य शिक्षा में कुछ रुकावट आ सकती है। आप इस समय खुद पर ज़्यादा ध्यान देंगे विदेशी स्रोतों से लाभ हो सकता है और आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होने की भी प्रबल उम्मीद है। इस समय आपको आपकी मेहनत का फल मिलेगा।
इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से मीन जातक अपनी बुद्धि और विवेक के बल पर सफलता अर्जित करने में सफल हो सकते हैं। आपको इस दौरान आपकी संतान से लाभ और संतान का भरपूर प्रेम मिलेगा। प्रेम में पड़े जातकों के प्रेम संबंधों में ये समय महत्वपूर्ण बदलाव का समय साबित हो सकता है। आप इस दौरान मानसिक रूप से मजबूत होंगे। ये समय आपके लिए शारीरिक रूप से भी काफी अनुकूल रहने वाला है। कार्य क्षेत्र में मेहनत करिये ये समय आपको उचित फल दिला सकता है।
उपाय: आपको शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन संध्या काल में पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक जलाना चाहिए।
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