मुंडन मुहूर्त 2022 का यह लेख आपको साल 2022 में मुंडन कराने की शुभ तिथियों और शुभ समय की संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही हम आपको बताएंगे मुंडन कराने का महत्व, इससे होने वाले लाभ, मुंडन कराते समय बरती जाने वाली सावधानियां और भी बहुत सी खास बातें -
मुंडन हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक है, जिसमें लोगों की विशेष श्रद्धा होती है। इस धार्मिक कार्य को अनेक नामों से जाना जाता है- जैसे चौलकर्म, चौल मुंडन, चूड़ाकर्म आदि। लोग मुंडन कराने के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाते हैं और उस शुभ तिथि और समय में ही इस संस्कार को करते हैं ताकि उसका शुभाशुभ परिणाम उन्हें मिल सके। तो अगर आप साल 2022 में अपने बच्चे का मुंडन कराना चाहते हैं और उसके लिए आपको शुभ मुहूर्त की आवश्यकता है तो यह लेख आपकी पूरी मदद करेगा। तो चलिए जानते हैं मुंडन मुहूर्त 2022 के बारे में विस्तार से -
Click Here To Read In Eng: Mundan Muhurat 2022
नीचे दी गयी सूची में आपको साल 2022 में मुंडन कराने के लिए हर महीने की शुभ तिथि, शुभ दिन और शुभ समय की जानकारी दी जा रही है-
फरवरी 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
2 फरवरी | बुधवार | 08:33, बजे से 31:09, बजे तक | |
3 फरवरी | गुरुवार | 07:08, बजे से 16:35, बजे तक | |
7 फरवरी | सोमवार | 07:06, बजे से 18:59, बजे तक | |
11 फरवरी | शुक्रवार | 07:03, बजे से 30:37, बजे तक | |
14 फरवरी | सोमवार | 07:00, बजे से 20:30, बजे तक | |
21 फरवरी | सोमवार | 06:54, बजे से 20:00, बजे तक | |
28 फरवरी | सोमवार | 07:02, बजे से 20:00, बजे तक |
मार्च 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
14 मार्च | सोमवार | 06:32 बजे से 12:08 बजे तक | |
24 मार्च | गुरुवार | 06:21 बजे से 17:30 बजे तक | |
28 मार्च | सोमवार | 06:16 बजे से 16:17 बजे तक | |
30 मार्च | बुधवार | 06:14 बजे से 10:49 बजे तक |
अप्रैल 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
20 अप्रैल | बुधवार | 13:55, बजे से 23:42, बजे तक | |
25 अप्रैल | बुधवार | 05:46, बजे से 29:46, बजे तक |
मई 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
13 मई | शुक्रवार | 18:49, बजे से 29:31, बजे तक | |
27 मई | शुक्रवार | 11:49, बजे से 26:26, बजे तक |
जून 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
1 जून | बुधवार | 05:24, बजे से 13:00, बजे तक | |
2 जून | गुरुवार | 16:04, बजे से 20:06, बजे तक | |
10 जून | शुक्रवार | 05:23, बजे से 18:42, बजे तक | |
23 जून | गुरुवार | 06:14, बजे से 29:24, बजे तक | |
30 जून | गुरुवार | 10:50, बजे से 29:26, बजे तक |
जुलाई 2022 | |||
दिनांक | वार | मुहूर्त | |
1 जुलाई | शुक्रवार | 05:26, बजे से 27:56, बजे तक | |
8 जुलाई | शुक्रवार | 18:26, बजे से 29:29, बजे तक |
क्या आपकी कुंडली में हैं शुभ योग? जानने के लिए अभी खरीदें
बृहत् कुंडली
हिन्दू धर्म में एक व्यक्ति के जन्म से लेकर मरण तक कुल 16 संस्कार मनाए जाने की परंपरा है। इन 16 संस्कारों में मुंडन संस्कार आठवां संस्कार माना जाता है, जिसे लोग पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करते हैं। अगर स्थान की बात करें तो यह संस्कार किसी मंदिर या धार्मिक स्थल की शुद्धि करने के बाद वहां किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार देखें तो जब एक बच्चा जन्म लेता है, तो उसके पिछले जन्म के सभी अच्छे और बुरे कर्मों के लक्षण जन्म के समय मौजूद उसके सिर के बालों में समा जाते हैं, इसीलिए पहली बार जब बच्चे के उन बालों को कटाते हैं, तो उसे पूरी ही रीति रिवाज के अनुसार किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मुंडन संस्कार करने से बच्चे के शारीरिक बल, पराक्रम और उसके बौद्धिक विकास में बढ़ोतरी होती है। इसके महत्व को देखते हुए लोग इस संस्कार को करने के लिए शुभ समय का चयन करते हैं।
अन्य सभी मुहूर्त से संबंधित जानकारी के लिए क्लिक करें- शुभ मुहूर्त 2022 (लिंक)
मुंडन संस्कार के महत्व को देखते हुए लोग इसके मुहूर्त के चयन के समय विशेष सावधानी बरतते हैं। इस संस्कार के महत्व को देखते हुए लोग मुहूर्त के चुनाव में बिलकुल भी कोताही नहीं बरतना चाहते, क्योंकि आपके द्वारा हुई एक भी लापरवाही का असर बच्चे को ताउम्र परेशानियां दे सकती है। मुहूर्त निकलवाने के लिए लोग किसी पंडित या ज्योतिषी की मदद लेते हैं, हालाँकि मुंडन संस्कार के लिए मुहूर्त निकालना बेहद आसान होता है। आइये आपको मुंडन मुहूर्त की गणना के समय ध्यान रखने योग्य कुछ विशेष बातें बताते हैं -
पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट
मुंडन संस्कार को विधिवत करना बेहद ज़रूरी होता है अर्थात यदि यह संस्कार पूरे विधिविधान से ना हो तो बालक को शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है। इसीलिए कोई भी पंडित जो मुंडन करा रहा होता है वो इसकी हर चीज़ों पर विशेष ध्यान रखता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस संस्कार को हमेशा किसी धार्मिक स्थान पर किया जाना चाहिए और इस संस्कार में सभी परिवारवालों की मौजूदगी भी ज़रूर होनी चाहिए। बच्चा जब शांत अवस्था में हो यानि ज़्यादा हिले-डुले नहीं तभी सिर के बाल उतरवाने चाहिए। मुंडन की विधि शुरू होने से पहले जिस उस्तरे या कैंची से बाल उतारे जाने हो उसकी विधिवत पूजा करें। इसके अलावा आप जिस ब्लेड व रेजर का इस्तेमाल करने वाले हों, उसको भी अच्छी तरह से साफ कर के रख लें। जब बाल उतारने की विधि पूरी हो जाये तो मुंडन किये जाने वाले बच्चे के हाथों ज़रूर दान-पुण्य कराएं।
मुंडन संस्कार के बाद कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे- बच्चे के सिर को अच्छी तरह से साफ कर के उसके सिर पर तेल लगा दें, ताकि उसे जलन ना हो। इस बात का खास ध्यान रखें कि किसी तरह के शैम्पू का इस्तेमाल बच्चे के सिर पर ना हो, क्योंकि शैम्पू से त्वचा सूख जाती है और ऐसे करने से बच्चा चिड़चिड़ा महसूस करेगा। वहीँ कम से कम एक सप्ताह तक हर रोज़ बच्चे के सिर को दूध से धोया करें। ऐसा करने से सिर की त्वचा कोमल होती है और बाल भी अच्छे आते हैं। ज्योतिष के अनुसार बच्चे के मुंडन संस्कार होने के कुछ दिनों तक, उसे घर से बाहर ना ले जाएँ, क्योंकि उस दौरान बच्चे को नकारात्मक शक्तियां प्रभावित कर सकती हैं।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
उम्मीद है कि इस लेख में मुंडन मुहूर्त 2022 के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आयी होगी। एस्ट्रोकैंप से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद !
Get your personalised horoscope based on your sign.