मेष राशि के जातक स्वभाव से तीव्र सोच रखने वाले और फुर्तीले व्यक्ति होते हैं। इनके स्वभाव में आत्मविश्वास और ऊर्जा देखने को मिलती है। इस राशि के जातकों का व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है और ये लोग अपने व्यक्तित्व व स्वभाव से लोगों पर गहरा प्रभाव डालते हैं। मेष राशि के जातक न्याय प्रिय और अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले होते हैं। ये लोग अपने प्रियजनों के करीब रहना पसंद करते हैं।
आईये जानते हैं मेष राशि वालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन:
Monday, December 16, 2024
शारीरिक लाभ के लिए, विशेषकर मानसिक तौर पर मज़बूती हासिल करने के लिए ध्यान और योग का आश्रय लें। आज सिर्फ़ बैठने की बजाय कुछ ऐसा कीजिए जो आपकी कमाई में इज़ाफ़ा कर सके। घरेलू ज़िंदगी सुकूनभरी और ख़ुशनुमा रहेगी। आज आप महसूस करेंगे कि प्यार दुनिया में हर मर्ज़ की दवा है। आपको कार्यक्षेत्र में अच्छे फल पाने के लिए अपने काम करने के तरीके पर गौर करने की जरुरत है नहीं तो आप बॉस की नजरों में आपकी नकारात्मक छवि बन सकती है। अपने मन पर काबू रखना सीखें क्योंकि कई बार आप मन की मानकर अपना कीमती समय बर्बाद कर देते हैं। आज भी आप ऐसा कुछ कर सकते हैं। यूँ तो जीवन हमेशा कुछ नया और चौंकाने वाली चीज़ आपके सामने लाता है। लेकिन आज आप अपने जीवनसाथी का एक अनोखा पहलू देखकर ख़ुशी से चौंक जाएंगे।
मेष राशि का राशिफल विस्तार से पढ़ें – मेष राशिफल 2023
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यह फलकथन वैदिक ज्योतिष पर आधारित है, जो पूरी तरह से वैज्ञानिक और सारगर्भित है। आपने ऊपर दिया गया मेष राशिफल तो पढ़ लिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेष राशि के लोग कैसे होते हैं? उनका स्वभाव, व्यक्तित्व और नज़रिया कैसा होता है? उनमें कौन सी-कौन सी कमियाँ पायी जाती हैं? इस लेख में हम मेष राशि के लोगों के बारे में विस्तार से जानेंगे जिसमें उनका निजी, शिक्षा, पारिवारिक, प्रेम, वैवाहिक, करियर एवं व्यापार आदि सभी अहम पहलू शामिल होंगे। तो चलिए जानते हैं मेष राशि के जातकों से जुड़े रोचक तथ्य :-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार राशिचक्र (भचक्र) में 12 राशियाँ होती है। इनमें पहली राशि मेष होती है। अंग्रेज़ी भाषा में इसे ‘एरीज़’ कहते हैं। हालाँकि ‘मेष’ संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ ‘भेड़’ होता है। स्वभाव के अनुसार यह पुरुष, चर और अग्नि तत्व की राशि कहलाती है। राशिचक्र में आपने देखा होगा कि मेष राशि का प्रतीक चिह्न भेड़ है। मंगल ग्रह को मेष राशि का स्वामी माना गया है। मंगल, जो क्रूर ग्रह की श्रेणी में आता है और यह भाई, ज़मीन, पराक्रम, शौर्य और साहस का कारक होता है। लाल रंग के कारण इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है। ज्योतिष विज्ञान में मंगल ग्रह की दिशा दक्षिण बतायी गई है।
मेष राशि के जातक स्वभाव से तीव्र सोच रखने वाले और फुर्तीले होते हैं। इनके स्वभाव में आत्मविश्वास और ऊर्जा देखने को मिलती है। इस राशि के जातकों का व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है और ये लोग अपने व्यक्तित्व से लोगों पर गहरा प्रभाव डालते हैं। मेष राशि के जातक न्याय प्रिय और अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले होते हैं। ये लोग अपने प्रियजनों के करीब रहना पसंद करते हैं।
इनकी ख़ास बात यह होती है कि ये जातक स्पष्टवादी होते हैं। जो बात इनके हृदय में होती है वही बात इनके मुख में होती है। इनकी कल्पना शक्ति अच्छी होती है। मेष राशि के जातक स्वभाव से ज़िद्दी होते हैं और उनका यह रवैया उनके नकारात्मक पहलू को भी दर्शाता है। कार्यक्षेत्र में इस राशि के जातक अपने सहयोगियों से अच्छी तरह से काम लेते हैं। ये जातक अपने विचारों से स्वतंत्र होते हैं।
मेष राशि वाले जातकों का करियर जीवन सफल होता है। बशर्तें उन्हें अपने करियर अथवा व्यवसाय का चुनाव समझदारी से करना होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मेष राशि का संबंध विद्युत, खनिज, कोयला, खनिज तेल, सीमेंट, मेडिकल स्टोर, आतिशबाजी, जमीन-जायदाद, पहलवानी, खेल-कूद, रंग-व्यवसाय, घड़ियां, कैमिस्ट, रेडियो, आदि जैसे क्षेत्रों से है।
यदि मेष राशि के जातक उपरोक्त क्षेत्र से सबंध रखते हैं तो उन्हें करियर में ज़बरदस्त सफलता मिलती है। हालाँकि इससे भी अधिक ज़रुरी पक्ष व्यक्ति की मेहनत और लगन है। कार्यक्षेत्र कोई सा भी क्यों न हो, जब तक व्यक्ति उसमें मेहनत और लगन से कार्य नहीं करता है। तब तक उसे सफलता नहीं मिलती है, इसलिए इस बात को हमेशा ज़ेहन में रखना चाहिए।
मेष राशि के जातकों का स्वास्थ्य जीवन सामान्य रहता है। इन राशि के जातकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिसके कारण ये अधिकांश समय निरोगी रहते हैं। बचपन में इस राशि के जातकों को फोड़े-फुंसी जैसी शारीरिक समस्याएँ परेशान करती हैं। मानसिक शांति के अभाव से ये बेचैन रहते हैं और सिर दर्द की समस्या भी रहती है। आँख से संबंधित रोग मेष राशि वालों को परेशान करते हैं।
ऐसे में अपनी सेहत को दुरुस्त करने के लिए मेष राशि के जातकों को कुछ विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सबसे पहले मानसिक शांति को बनाए रखने के लिए ध्यान और योग-व्यायाम को अपनाएँ। इसलिए सुबह रोज़ाना अपनी दिनचर्या में योगाभ्यास को जोड़ें। दूसरी ओर रक्त को शुद्ध बनाए रखने के लिए नीम, करेला आदि का रस पीयें और गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें।
मेष राशि वाले जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो ये जातक प्रेमी स्वभाव के होते हैं। हालाँकि ऐसा भी है कि ये जातक उन्ही व्यक्तियों से प्रेम करते हैं जो इनको प्यार करते हैं। लेकिन बदकिस्मती से इन्हें कम समय के लिए ही प्यार मिल पाता है। इन्हें प्रेम के लिए ऐसा साथी नहीं मिल पाता है जो इनके साथ लंबे समय तक प्यार की डगर में क़दम से क़दम मिलाकर चल सके।
वहीं अगर अनुकूलता की बात करें तो, इस राशि के जातकों की मेष, धनु और सिंह राशि के जातकों से अच्छी पटती है। दरअसल, ये तीनों ही अग्नि तत्व की राशि हैं। मेष राशि की महिलाएँ बेहद स्वाभिमानी होती हैं जिसकी वजह से उन्हें झुकाने का प्रयत्न व्यर्थ जाता है। इन्हें आकर्षित करना आसान नहीं होता है।
मेष राशि के जातकों का वैवाहिक जीवन आसान नहीं होता है। इनके वैवाहिक जीवन में गृह क्लेश की समस्या रहती है। जीवनसाथी से मनमुटाव के कारण इनकी शादीशुदा ज़िंदगी प्रभावित होती है। हालाँकि लाइफ पार्टनर से प्रेम बना रहता है और इनकी सेक्स लाइफ़ भी अच्छी होती है। मेष राशि के पुरुष अपनी पत्नी को हमेशा अधिक सक्रिय और आकर्षक देखना चाहते हैं। मेष राशि के जातकों को अकेला रहना बिलकुल पसंद नहीं होता है।
मेष राशि के जातकों का पारिवारिक जीवन अच्छा होता है। परिजनों से इन्हें काफी प्यार मिलता है और समाज में इन्हें सम्मान की नज़र से देखा जाता है। संतान के प्रति इनका अधिक लगाव देखने को मिलता है। दरअसल इस राशि के जातक अच्छा नेतृत्व करने वाले होते हैं। अतः परिवार में भी इनकी ख़ासी पैठ देखने को मिलती है। वहीं समाज के लोग भी इनसे विभिन्न मुद्दों पर राय मशविरा लेते हैं।
मेष राशि के जातक शीघ्र ही गुस्सा करने वाले व्यक्ति होते हैं और इससे इनकी छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। स्वभाव से ज़िद्दी होने के कारण परिवार के किसी न किसी सदस्य से इनका मनमुटाव होता रहता है। मेष राशि के जातक कम सहनशील होते हैं। इनमें धैर्य की कमी पायी जाती है।
भाग्यशाली अंक - 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72…(9 अंकों की शृंखला)
शुभ रंग - लाल
शुभ दिन - मंगलवार
शुभ रत्न - मूंगा
शुभ रुद्राक्ष - तीन मुखी
मंत्र - ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नम’ इस मंत्र का दस हज़ार बार बार जाप करें।
उम्मीद है इस लेख के माध्यम से आप मेष राशि के लोगों को समझने में आसानी होगी। सभी ज्योतिषीय घटनाओं के बारे में जानने के लिए एस्ट्रोसेज के साथ बने रहें।
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